सुरेश बुधरमल कालानी उर्फ़ पप्पू हेडिंग पढ़कर एकबारगी आपकी समझ में कुछ नहीं आया होगा। इसलिए कि इट हैपेन्स ओनली इन उल्हासनगर। हालाँकि चुनाव जीतने प्रत्येक कैंडिडेट्स, पार्टियां सिमिलर हथकंडा अपनाते हैं। सिंधी वोट खींचने कालानी ने भी पुराना यानी सहानुभूति वाला हथकंडा अपनाया। परन्तु इस बार भाजपाई प्रदीप रामचंदानी उर्फ़ फाइल चोर को यूज किया। ये उल्हासनगर है। यहां कभी भी यह स्पष्ट नहीं किया जा सकता कि कौन किसका आदमी है। कौन किसके लिए काम कर रहा है। कोई रहता किसी पार्टी में है। खाता किसी पार्टी की है।…